मंगलवार, 26 अक्तूबर 2010

पश्चिम के बुद्धिजीवी झेन की ओर आकर्षित क्यों हुए?


लोग अपने अंदर विराट रिक्तता का अनुभव कर रहे हैं और वे उस रिक्तता को भरना चाहते हैं। तुम रिक्तता के साथ जी नहीं सकते। रिक्तता खालीपन है और इस खालीपन से जीवन उदास और गंभीर हो जाता है।

सभी धर्म तुम्हारी इस रिक्तता को असत्यों से भरते आए हैं। अब इन झूठों का भंडाफोड हो गया है। विज्ञान ने इन झूठों का भंडाफोड करने कि लिए बहुत कुछ किया है और इसके ही साथ महान ध्यानियों और रहस्यदर्शियों ने भी धर्म के इन असत्यों को उधारने में पूरे विश्वभर में अत्यधिक कार्य किया है।

समकालीन मनुष्य एक बडी अजीब स्थिति में खडा है, पुराना गिर चुका है, जो एक धोखा, एक भ्रम था, और नया अभी तक आया नहीं है। इसलिए एक अंतराल है, एक अल्प अवकाश जैसा है और पश्चिम का बुद्धिजीवी कुछ ऐसी चीज खोजने का प्रयास कर रहा है, जो फिर से एक असत्य नहीं होगा, जो तुम्हें केवल सांत्वना नहीं देगा, बल्कि तुम्हें रूपांतरित करेगा, और जो तुम्हारे अंतरतम में एक गहरी क्रांति बनेगा

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